सड़कों पर किया जाता है वाहनों को पार्क

सेक्टर-18 में पार्किंग के लिए बहुत ही कम जगह है। नोएडा अथॉरिटी ने सेंट्रल स्टेज मॉल और सोमदत्त टावर के सामने खुली पार्किंग कमर्शल कॉम्प्लेक्स के लिए अलॉट कर दी। अब यहां सड़क किनारे पार्किंग करने वालों से जुर्माना वसूला जाता है। इसके उलट फिल्म सिटी में अथॉरिटी के पास पार्किंग की जगह नहीं है, लेकिन सड़क किनारे पार्किंग स्पेस बनाकर इसे ठेके पर दे दिया गया। अथॉरिटी यहां से पार्किंग चार्ज ले रही है। शहर में 15 हजार कमर्शल वीइकल हैं, लेकिन इनकी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है।

सेक्टर-8 में पुलिस चौकी के सामने सड़क किनारे क्रेन का कारोबार पिछले पंद्रह साल से चल रहा है। यहां तीन से चार क्रेनें खड़ी रहती हैं। सड़कों के किनारे बसों की भी लंबी लाइन देखी जा सकती है।

ट्रांसपोर्ट नगर की सिर्फ प्लानिंग

अथॉरिटी ने वर्ष 1980 के आसपास अपनी सबसे पहली प्लानिंग में सेक्टर-16 को ट्रांसपोर्ट नगर के रूप में बसाने की योजना बनाई थी। इसी के तहत यहां डीटीसी बसों का डिपो बनाया गया था। इसके बाद बाकी जगह पर वेयर हाउस बनाया गया ताकि बाहर से आने वाले ट्रकों की पार्किंग भी यहां हो सके। यहां अब ट्रांसपोर्ट नगर की जगह ऑटो मार्केट बन गया है।

नोएडा बस असोसिएशन के महासचिव अनिल दीक्षित ने बताया कि शहर में डीटीसी का डिपो है। यूपी रोडवेज की बसें भी यहीं खड़ी कर दी जाती हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में चल रही लगभग एक हजार प्राइवेट बसों की पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। असोसिएशन ने सेक्टर-37 चौराहे पर बॉटैनिकल गार्डन के निकट, सिटी सेंटर के निकट सेक्टर-33 में और फेज-2 एरिया में किसी एक जगह पर बसों के लिए रिजर्व करने का अनुरोध नोएडा अथॉरिटी के सीईओ रमा रमण से किया था। इसके अलावा सेक्टर-21 ए स्थित रामलीला मैदान में भी 20-25 दिन रामलीला मंचन को छोड़ बाकी दिनों में बसों की पार्किंग की इजाजत देने का अनुरोध किया था, लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। 

कई जगह हो पार्किंग स्पेस

अथॉरिटी ने सेक्टर -69 में ट्रांसपोर्ट नगर बनाया है। इसमें 3500-4000 के करीब माल ढोने वाले वाहनों की पार्किंग की जा सकेगी। नोएडा ट्रांसपोर्ट असोसिएशन के अध्यक्ष शिव कुमार शर्मा का कहना है ुकि शहर के मौजूदा कमर्शल वाहनों की संख्या के लिहाज से यह पार्किंग पर्याप्त नहीं है। इस बारे में नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन , सीईओ डिप्टी सीईओ के साथ कई बार बातचीत हुई है , लेकिन एक जगह ट्रांसपोर्ट नगर के अलावा अन्य जगहों पर पार्किंग का प्लान नहीं बन पाया है।

हो सकती हैं दिक्कतें

लघु उद्योग भारती के जिला अध्यक्ष सुभाष चुग का कहना है कि जब नोएडा को औद्योगिक नगर बनाया गया था , तो सेक्टर -16 को ट्रांसपोर्ट नगर के रूप में छोड़ा गया था। लेकिन अब तक यह बनकर तैयार नहीं हो पाया है।

सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी जयशंकर तिवारी ने बताया कि नोएडा शहर में लगभग 15 हजार के करीब कमर्शल वाहन हैं। पार्किंग की समस्या तो गंभीर है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के पास भी बस और अन्य वीइकल की पार्किंग की समस्या लेकर लोग आते हैं मगर इसमें विभाग कुछ नहीं कर सकता। 

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